Friday, October 16, 2009

लौ

हुआ कभी जो
उसको
हमको फिर दुहराना है..
जल पर शैल तिरा कर
सागर सेतु बंधाना है..
दीवाली पर हम सब मिलजुल
दीप सजायें फिर
बाती से लौ का रिश्‍ता ये
बहुत पुराना है...

अभी बस इतना.. साथ ही आप सबको दीपोत्‍सव की हार्दिक शुभकामनायें

3 comments:

  1. कुछ तो कर दिखाना ही होगा !!
    पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !
    जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!

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  2. आपको भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनांए.

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  3. बढ़िया

    सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
    दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
    खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
    दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!

    -समीर लाल 'समीर'

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